तू कौन है ?

मेरी निगाहें
तेरे अंशों को खोजती हैं
तेरे बिखेरे शब्दों में
तेरी धुंधली तस्वीरों में
तेरी अनदेखी कहानियों में
तेरा वजूद ना पहुंच सके
उन दीवारों की दरारों में
पर तू कहीं नहीं है 
लेकिन तू हर जगह है 
                    (मेरा अतीत)
                         -प्रावी 

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